दोस्तो आप सभी का स्वागत है मेरी वेबसाइट पर आज मैं जिस फिल्म की कहानी बताऊं आप लोगों को बताने वाली उस फिल्म का नाम है " मैं चुप रहूंगी" इस मूवी की स्टोरी बहुत शानदार है ये मूवी 1962 में रीलीज़ हुई थी मीना कुमारी और सुनील दत का अभिनय देखने लायक है आज के समय के अनुसार भी ये मूवी जयादा पुरानी नहीं लगाती है | इस मूवी हर एक कलाकर ने बहुत बढ़िया अभिनय किया है | दोस्तो अगर आप इस आर्टिकल को पढ़ रहे हो तो एक बार इस मूवी को भी देखना आप को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा | इस मूवी जिस कलाकार ने मुझे प्रभाबित किया वो एक बाल कलाकार है जो इस मूवी में अनाथ बच्चे का रोले अदा करता है इस मूवी में इस बच्चे के बोलने का तरीका और मासूमियत नज़र आती हैं |
इस मूवी की कहानी में बताया गया की जब सुनील दत्त जिन का नाम (कमल ) होता है उनको मीना कुमारी जिनका नाम मूवी में (गयात्रि) से प्यार हो जाता है और प्यार मोहोब्बत में उन दोनों में शादी से पहले संबध बन जाते है और गयत्री गर्भवति हो जाती है जब कमल के पिता नारायण को ये पता चलता तब नारायण अपने बेटे कमल को शहर से दूर कंपनी के काम बाहर भेज देता है और गयात्री को भी उस शहर को छोड़कर कहि दूर चले जाने को कहता और गयात्री और उसके बाप को धमकाता है जिसे गयत्री अपने पिता के साथ वो शहर छोड़ देती है दूसरे शहर जब गयात्री बच्चे को जनम देती तब उसका बाप बच्चे को पास के अनाथयल में छोड़ आता है और गयत्री से खता है उसका बच्चा मरा हु पैदा होया था अब गयात्री अपने पिता के बीमार होने के बाद टीचर की जॉब तालाश करती तो उसे जॉब सरकारी स्कूल में लग जाती है वह उस की मुलाकात बाल कलाकार श्याम से होती उसी का बेटा होता मगर ये बात गयात्रि नहीं जानती थी गयात्री को श्याम के साथ अच्छा लगता था बात करना उसके साथ समय बिताना जब सुनील दत्त अपने शहर आता और गयात्री को नहीं पता तो वो अपने आपको अकेला महसुस करता और शराब को अपना दोस्त बना लेता है और रात दिन शराब में डूबा रहता है इस कारण उसका पिता उसकी शादी करने के लिया लड़की के घर उसे भेजते है जहाँ वो अपने डॉक्टर दोस्त के साथ जाता है वही श्याम अपने बीमार
दोस्त के इलाज के लिया डॉक्टर को लेने आता और वहाँ से श्याम और कमल (सुनील दत्त ) के बीच दोस्ती हो जाती है कमल श्याम को अपने साथ घर ले आता है और उसे अपने घर रखने लगा जाता है | इस मूवी अभी तक न तो श्याम को और न कमल , गयात्री को पता होता है श्याम किसका बेटा है जब ये मूवी देखगें तो आप खुद इस मूवी के लिए यही कहेगे की ये एक शानदार मूवी है | इस मूवी में का एक फेमस गीत भी है " तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो तुम्ही हो बन्धु सखा तुमीहो " .... एक बार मूवी आप लोग जरूर देखें |
